Sunday, October 19, 2008

उपयोगीता

कस्तूरी मिर्गी, दमा, हिस्टीरिया , निमोनिया ,
दिल की बीमारी जैसे दर्जनों रू में काम आता है.
कस्तूरी चोकलेटी रंग की होती है.और अंडाकार
थैली में द्रव्य के रूप में मिलती है.इसे सुखाकर
इस्तेमाल किया जाता है.
इसी कस्तूरी के कारन नर व् मादा दोनों मारे
जाते है.पर कस्तूरी तो केवल नर से ही मिलती है
वो भी साल भर के उमर के बाद.सामान्यतः एक
कस्तूरी मृग से ३० से ४५ ग्राम तक कस्तूरी प्राप्त
होती है पर यह मृग के उमर , आकर , रहन सहन ,
स्वस्थ्य से बढ़ भी सकती है.मादा मृग में कस्तूरी की थाली ही नही होती.

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