Saturday, October 18, 2008

बचाव के साधन

कस्तूरी के कई शत्रु है जैसे – शेर,चीते और

कई जंगल जानवर,पर सबसे बड़ा शत्रु
मानव हैं .

तस्करी ने बहुतायत में पाए जाने वाले इस
मृग को दुर्लभ बना दिया है.तस्करी का बहुत
बड़ा केन्द्र हांगकांग माना जाता है.कस्तूरी
मृगो के अस्तित्व पर संकट की गंभीरता को
देखते हुए “ इंटरनेशनल यूनियन फॉर
क्पोंजेर्वेशन ऑफ़ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेस ”
ने इन्हे रेड डाटा बुक में शामिल किया है।
भारत सरकार ने वन्य जंतु संरक्चन अधिनियम
के तहत इनके शिकार पर रोक लगाने के साथ
ही चार नेशनल पार्क अवम पाँच कस्तूरी मृग
विहारों कीस्थापना की.लेकिन अब भी वे सुविधाए

उपलब्ध नही है.जिससे इनके जीवन की तत्काल
रक्चा हो सके


भारत सरकार :-इंडियन विल्ड लाइफ बोर्ड ने १९५२
में देश के उन १३ वन्य प्राणियो में कस्तूरी मृग को
शामिल किया जिनकी नसल धीरे -२ ख़तम हो रही है.

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